जय भोलेनाथ। महादेव के बारह ज्योतिर्लिंग में ग्यारहवाँ है नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर। नागेश्वर ज्योतिर्लिंग सौराष्ट्र गुजरात में गोमती और द्वारका के बीच दारुकावन में स्थित है। नागेश्वर का पूर्ण अर्थ है- नागों का इश्वर। 1996 में सुपर कैसेट्स उद्योग के मालिक स्वर्गीय श्री गुलशन कुमार द्वारा नागेश्वर के वर्तमान मंदिर का पुनर्निर्माण किया गया था। मंदिर का मुख्य आकर्षण भगवान शिव की मूर्ति है जो लगभग 125 फीट ऊंची और 25 फीट चौड़ी है। लोग यहां भगवान शिव के साथ देवी पार्वती की भी पूजा करते हैं। BIingepods App पर सुनिए सभी १२ ज्योतिर्लिंगों की पौराणिक कथाये तथा जानकारी । ॐ नमः शिवाय। Jai Bhole Nath. Nageshwar Jyotirlinga Temple is the eleventh among the twelve Jyotirlingas of Mahadev. Nageshwar Jyotirlinga is situated at Darukavana between Gomti and Dwarka in Saurashtra Gujarat. The full meaning of Nageshwar is - God of snakes. The present temple of Nageshwar was rebuilt in 1996 by Late Mr. Gulshan Kumar, the owner of Super Cassettes Industry. The main attraction of the temple is the idol of Lord Shiva which is about 125 feet high and 25 feet wide. People here also worship Goddess Parvati along with Lord Shiva. Listen to the mythological stories and information of all 12 Jyotirlingas on BIingepods App. Om Namah Shivay. Learn more about your ad choices. Visit megaphone.fm/adchoices