🕉️ जय श्री कृष्णा! 🙏✨आप सभी का श्रीभगवद गीता के संपूर्ण पाँचवें अध्याय में हार्दिक स्वागत है।इस वीडियो में हम भगवान श्रीकृष्ण द्वारा दिए गए उनतीसवें (29वें) श्लोक को विस्तार से समझेंगे। इस श्लोक में भगवान ने बताया है कि जो व्यक्ति उन्हें सभी यज्ञों और तपों के भोक्ता, संपूर्ण जगत के स्वामी और सभी जीवों के सच्चे मित्र के रूप में जानता है, वही सच्ची शांति प्राप्त करता है।📖 श्लोक:👉 "भोक्तारं यज्ञतपसां सर्वलोकमहेश्वरम् |सुहृदं सर्वभूतानां ज्ञात्वा मां शान्तिमृच्छति ||"🔹 इस श्लोक की व्याख्या और सीख:✅ भगवान श्रीकृष्ण सभी यज्ञों और तपों के भोक्ता हैं।✅ वे संपूर्ण ब्रह्मांड के परम स्वामी हैं।✅ वे सभी जीवों के सच्चे मित्र हैं।✅ जो व्यक्ति इस सत्य को समझ लेता है, वही सच्ची शांति और मोक्ष प्राप्त करता है।🌿 इस दिव्य ज्ञान को अपने जीवन में अपनाइए और आत्मिक शांति प्राप्त कीजिए।📌 अन्य महत्वपूर्ण वीडियो:🎥 श्रीमद्भगवद गीता सम्पूर्ण अध्यायों की प्लेलिस्ट: [लिंक जोड़ें]🎥 अध्याय 5 के अन्य श्लोक: [लिंक जोड़ें]📢 इस वीडियो को लाइक करें, शेयर करें और हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें ताकि आप आध्यात्मिक ज्ञान से जुड़े रहें!🔔 नई आध्यात्मिक वीडियो के लिए बेल आइकन दबाएं!🚩 जय श्री कृष्णा! ✨📌 Hashtags:#BhagavadGita #श्रीमद्भगवदगीता #BhagavadGitaChapter5 #SanatanDharma #ShriKrishna #Bhakti #Hinduism #Spirituality #Peace #KrishnaBhakti #श्रीकृष्ण #GeetaGyan #BhagavadGitaExplained #Shloka29 #BhaktiYog #GitaWisdom #ShreemadBhagavadGita #सनातन_धर्म📌 Tags:Bhagavad Gita, Bhagavad Gita in Hindi, श्रीमद्भगवद गीता, Geeta Gyan, Geeta Saar, श्री कृष्ण उपदेश, Bhagavad Gita Chapter 5, Bhagavad Gita Sloka 29, Gita wisdom, Hinduism, Sanatan Dharma, Spirituality, Krishna bhakti, Bhakti yoga, Life lessons from Gita, भगवद गीता के श्लोक, भगवद गीता का सार, bhagavad gita full, भगवद गीता हिंदी में, भगवद गीता अध्याय 5, Bhagavad Gita explanation, Krishna vani, bhagavad gita knowledge, Karma yoga, Krishna teachings, Bhagavad Gita Motivation