यह श्लोक श्री भगवद गीता के 3.74 का अंश है। इसमें संजय ने धृतराष्ट्र से कहा:
"इस प्रकार मैं ने वासुदेव (भगवान श्री कृष्ण) और महात्मा अर्जुन के बीच का संवाद सुना, जो अत्यंत अद्भुत और रोमांचक था।"
यह श्लोक संजय द्वारा वर्णित किया गया है, जो घटनाओं को धृतराष्ट्र को सुनाते हैं। वह इस संवाद को सुनकर आश्चर्यचकित होते हैं, क्योंकि वह अत्यधिक गहन और दिव्य था। संजय भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन के संवाद को देखकर चकित हैं और उनके विचारों की गहराई से प्रभावित होते हैं।
Here are some hashtags you can use for this shloka:
#BhagavadGita #Sanjay #Krishna #Arjuna #DivineDialogue #SpiritualWisdom #AncientPhilosophy #EpicConversations #GitaShloka #InnerJourney #SacredTeachings #MysticalWisdom #Inspiration #SanatanDharma #SpiritualAwakening
4o mini